किसी वृक्ष को
काटने से पहले
एक पल के लिये ही सही
अवश्य सोचना.
इस वृक्ष पर
घर है पंछियों का
जो उजड़ जाएगा।
एक के बाद एक
आते हैं थककर पथिक
पाते हैं शीतलता
अब कहां बैठेंगे?
तेज धूप में तुमने भी
थक कर कभी
इस की छाया में
वक्त तो बिताया होगा।
आज ये वृक्ष
बेबस खड़ा है
देखकर कुलाहड़ी में
अपना अंश
हो सकता है
तुम्हारे अच्छे वक्त के बाद
ये वृक्ष ही
तुम्हारे काम आये।
काटने से पहले
एक पल के लिये ही सही
अवश्य सोचना.
इस वृक्ष पर
घर है पंछियों का
जो उजड़ जाएगा।
एक के बाद एक
आते हैं थककर पथिक
पाते हैं शीतलता
अब कहां बैठेंगे?
तेज धूप में तुमने भी
थक कर कभी
इस की छाया में
वक्त तो बिताया होगा।
आज ये वृक्ष
बेबस खड़ा है
देखकर कुलाहड़ी में
अपना अंश
हो सकता है
तुम्हारे अच्छे वक्त के बाद
ये वृक्ष ही
तुम्हारे काम आये।
बृक्ष हैं तो जीवनदायनी ऑक्सीज़न हैं हमारे पास वरना कैसे जियेगा इंसान। .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चिंतनशील रचना
धन्यवाद...
हटाएंबहुत दिनों बाद अपने ब्लौग पक कुछ लिखने का प्रयास किया....
आप का बहुत बहुत धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंhttps://bayanlarsitesi.com/
जवाब देंहटाएंFiruzköy
Başıbüyük
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